
तीरंदाजी खेल के नियम और जानकारी हिंदी में Archery Games Rules, Information And Regulations In Hindi
तीरंदाजी भारत की एक प्राचीन कला है| रामायण के नायक श्रीराम और महाभारत के पांडव, विशेषकर अर्जुन तीरंदाजी में उत्कृष्ट योद्धा थे| महाभारत कालीन भील बालक एकलव्य ने गुरु द्रोणाचार्य की प्रतिमा बनाकर उनसे तीरंदाजी का कौशल सीखा था| प्राचीन समय में आत्मरक्षा के लिए यही एक विश्वसनीय हथियार माना जाता था|
भारत में आदिवासी क्षेत्रों में यह खेल एक प्रतियोगिता के रूप में, खेला जाता है| आज यह कला फिर से जीवित हो रही है| यह गांवो, शहरों, राज्यों, अंतर्राज्यों और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक खेल के रूप में सामने आयी है |
यह खेल दो तरीकों से खेला जाता है-
1. | लक्ष्य तीरंदाजों| |
2. | फील्ड तीरंदाजों| |
यहाँ पर हम इसके बारे में जाने –
- तीरंदाजी प्रतियोगिता का स्वरूप Form of archery competition
- तीरंदाजी की पोशाक Archery dress
- तीरंदाजी में तीर का आकार-प्रकार Teerandaajee Mein Teer Ka Aakaar – Prakaar
- तीरंदाजी के अंक निर्धारण Archery Points Fixation
- तीरंदाजी में स्कोर की स्थितियाँ Score Conditions In Archery
- अर्जुन पुरस्कार विजेता के नाम और वर्ष Name And Year Of Arjuna Award Winner
तीरंदाजी प्रतियोगिता का स्वरूप Form of archery competition
तीरंदाजी के लिए आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिता में व्यक्तिगत रूप से तथा टीम के रूप में हिस्सा लिया जाता है| राष्ट्रीय टीम में तीन खिलाड़ियो की भागीदारी होती है|
तीरंदाजी की पोशाक Archery Game Dress
इस प्रतियोगिता के लिए कोई निश्चित पोशाक निर्धारित नहीं है, फिर भी खिलाड़ी की पोशाक कमर के ऊपर से चुस्त होना चाहिए| इससे निशाना साधने में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होती, लेकिन यह भी ऐच्छिक ही है|
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तीरंदाजी में तीर का आकार-प्रकार Teerandazi Mein Teer Ka Aakaar – Prakaar
तीरंदाजी में प्रयोग किए जाने वाला तीर एल्यूमीनियम या कार्बन ट्यूब का बना होता है| तीर की लंबाई व वजन उसकी कमान के अनुपात में होता है| इसका वजन प्रायः 28 ग्राम होता है|
तीरंदाजी के उपकरण Archery Equipment
1. | तरकश (तीर रखने का पात्र)| |
2. | चमड़े का दस्ताना| |
3. | हस्त कवच| |
4. | कमान की खिंचाव की जांच का यंत्र| |
तरकश परंपरागत विधि के अनुसार ही कमर के पीछे रखा जाता है| दस्ताने और कवच हाथ में धारण किए जाते है|
तीरंदाजी के अंक निर्धारण Archery Points Fixation
विभिन्न रंग की वृत्ताकार डिस्क पर निशाना साधा जाता है| जिस पर विभिन्न रंग के वलय बने रहते है| इसके बाहा वलय का रंग सफ़ेद तथा केंद्र वृत्ताकार आकार में सुनहरे रंग का होता है| इन वलयों पर लक्ष्य संधान के आधार पर अंक निर्धारित किए जाते है, जो निम्नलिखित प्रकार है-
1. | सफ़ेद बाहर की ओर | 1 अंक | |
2. | सफ़ेद अंदर की ओर | 2 अंक | |
3. | काला बाहर की ओर | 3 अंक | |
4. | काला अंदर की ओर | 4 अंक | |
5. | नीला बाहर की ओर | 5 अंक | |
6. | नीला अंदर की ओर | 6 अंक | |
7. | लाला बाहर की ओर | 7 अंक | |
8. | लाल अंदर की ओर | 8 अंक | |
9. | सुनहरा बाहर की ओर | 9 अंक | |
10. | सुनहरा अंदर की ओर | 10 अंक |
तीरंदाजी में स्कोर की स्थितियाँ Score Conditions In Archery
तीरंदाजी में लंबी दूरी के लिए स्कोर 6 तीरों के बाद तथा कम दूरी के लिए तीन तीरों के बाद किया जाता है| स्कोर निम्नलिखित तीन स्थितियों में बनता है-
1. | लक्ष्य के पार निकलने वाले तीरो में खिलाड़ियों को तभी स्कोर मिलता है, जब लक्ष्य को तीर पार कर दे| |
2. | लक्ष्य तक न पहुँचने की स्थिति में खिलाड़ी को स्कोर नहीं मिलता| |
3. | लक्ष्य से टकराकर वापस लौटने वाले तीर पर भी खिलाड़ी को लक्ष्य के अनुसार स्कोर मिलता है| |
तीरंदाजी प्रतियोगिता के निर्धारित चक्र पूरे होने पर जो खिलाड़ी सबसे अधिक अंक अर्जित कर लेता है, उसे विजेता घोषित किया जाता है|
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अर्जुन पुरस्कार विजेता के नाम और वर्ष Name And Year Of Arjuna Award Winner of Archery
अर्जुन पुरस्कार विजेता के नाम और वर्ष | ||
नाम | वर्ष | |
कृष्णादास | 1981 | |
श्यामलाल | 1989 | |
लिंबाराम | 1991 | |
संजीव कुमार सिंह | 1992 | |
तरुणदेव राय | 2005 | |
डोला बनर्जी | 2005 | |
जयंत तालुकदार | 2006 | |
मंगल सिंह चंपिया | 2009 | |
राहुल वनर्जी | 2011 | |
दीपिका कुमारी | 2012 | |
लेश्रम वोम्वालयदिवी | 2012 | |
चेकरू वोलों स्वरू | 2013 | |
अभिषेक वर्मा | 2014 | |
संदीप कुमार | 2015 |