
गामा पहलवान का जीवन परिचय (Gama Pehlwan Biography In Hindi Language)
नाम : गामा पहलवान
जन्म : 1882
जन्मस्थान : अमृतसर
मृत्यु : 2 मई, 1960
गामा पहलवान को कुश्ती का बचपन से ही शौक रहा | बीस वर्ष की उम्र होते-होते उन्होंने राष्ट्रीय स्तर के सभी कुश्तीबाजों को हरा दिया | उन्हें ‘रुस्तमे हिन्द’ की उपाधि भी दी गई |
गामा पहलवान का जीवन परिचय (Gama Pehlwan Biography In Hindi)
गुलाम मुहम्मद गामा का जन्म अमृतसर में हुआ । उन्हें कुश्ती लड़ने में बहुत आनंद आता था । वह ‘गामा पहलवान’ के नाम से जाने जाते थे ।
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गामा पहलवान ने भारतीय स्टाइल की कुश्ती को अन्तरराष्ट्रीय खेलों में शामिल करा दिया । यह अन्तरराष्ट्रीय ख्याति दिलाने का श्रेय गामा पहलवान को ही है जिन्हें ‘रुस्तमे हिन्द’ की उपाधि दी गई थी । इस खेल की बारीकियां और ट्रिक्स उनकी रग-रग में समायी हुई थी ।
1910 में एक कुश्ती के मैच का आयोजन किया गया था जिसमें विजेता को ‘रुस्तमे हिन्द’ की उपाधि दी जानी थी । गामा ने सभी पहलवानों को आसानी से हरा दिया और ‘रुस्तमे हिन्द’ का खिताब जीत लिया । गामा का अंतिम कुश्ती मैच जे.सी. पीटरसन के साथ हुआ, जिन्हें उन्होंने मात्र 45 सेकंड में हरा दिया ।
गामा पहलवान ने वर्षों तक कुश्ती का खेल खेला और सदैव विजयी रहे । गामा का एक बहुत बड़ा गुण यह था कि उनमें आत्म-सम्मान की भावना बहुत बलवती थी । वह दूसरे लोगों को जल्दी ही अपना मित्र बना लेते थे । भारतीय कुश्तीबाजी को अन्तराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता व लोकप्रियता दिलाने का श्रेय गामा पहलवान को ही जाता है ।
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2 मई, 1960 को गामा पहलवान का लम्बी बीमारी के बाद लाहौर (पाकिस्तान) में देहान्त हो गया । वह उस समय 80 वर्ष के थे ।
उपलब्धियां
गामा पहलवान ने राष्ट्रीय स्तर के सभी कुश्तीबाजों को हराया |
उन्होंने भारतीय कुश्ती को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई |
उन्होंने कुश्तीबाजी के मुकाबले में सभी पहलवानों को हराकर ‘रुस्तमे हिन्द’ की उपाधि पाई ।
वह वर्षों तक कुश्ती के मुकाबलों में भाग लेते रहे और सदैव विजयी रहे |
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