
Hara Dhaniya Khane Ke Fayde – Benefits Of Dhania – धनिया तो लगभग सभी घरों में पाया जाता है | कुछ लोग हरा धनिया प्रयोग करते हैं तो कुछ हरा और सूखा दोनों | सूखे धनिये का प्रयोग मसाले के रुप में अधिक होता है और हरा धनिया का प्रयोग चटनी या सब्जी में डालकर प्रयोग में लाया जाता है | धनिया खाने का स्वाद बढाने के साथ कई रोगों को भी ठीक करने में मदद करता है |
इसलिए हम आपको धनिया के फायदे (Dhania Ke Fayde In Hindi) के बारे में आज यहां बताएंगे | धनिया का पौधा लगभग 30 सेंटीमीटर ऊंचा होता है और इसके पत्ते गोल कटे हुए और इसका फूल सफेद पत्रकार होते हैं | इसके फल छोटे-छोटे अंडाकार होते हैं जोकि सूखने पर दो भागों में बंट जाता है | इसका तना, पत्तियां, फूल, बीज सभी सुगंधित होते हैं |
धनिया के औषधीय गुण Dhaniya Ke Gun In Hindi
धनिया गरम प्रवत्ति का होता है | यह अग्नि दीपक, ज्वरनाशक, दुर्बलता नाशक है | इसकी हरी पत्तियां पित्त को शांत करती हैं |
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धनिया के फायदे Dhania Ke Fayde (Labh) In Hindi
1. धनिया की पत्तियों का शरबत पीने से पेशाब में जलन, प्यास, आंखों में जलन, दस्त और गैस शांत होती है तथा मन प्रसन्न रहता है.
2. धनिया से बनाया हुआ तेल लगाकर मालिश करने से वात-विकार एवं दर्द शांत होता है. इसको तैयार करने के लिए कोई भी तेल लें (सरसों का तेल हो तो बेहतर है) और उसमें सूखा धनिया डालकर 5 मिनट आग में रखकर गर्म कर लें | उसे आग से उतारकर ठण्डा कर लें और फिर इससे मालिश करें |
3. श्वेत प्रदर में लाभ – हरी धनिया की पत्तियों का रस मिश्री के साथ पीने से महिलाओं के श्वेत प्रदर में लाभ होता है. इसे बनाने के लिए आप धनिया की हरी पत्तियां लें कूट कर इसका रस निकाल लें | 20 ml रस में थोड़ी मिश्री दाल लें और इसे सुबह खाले पेट रोजाना पिए |
4. भोजन को स्वादिष्ट एवं सुगंधित बनाने के लिए धनिया का प्रयोग मसाले के रूप में भी किया जाता है.
5. यदि किसी के शरीर में पित्ती आ गई है तो धनिया का रस लगाने से पित्ती शांत हो जाती है.
6. यदि नाक से खून निकल रहा है तो इसकी पत्तियों का रस नाक में डालने से खून निकलना बंद हो जाता है.
7. धनिया की अधिकता नुकसानदेह ( Adhik Dhania Khane Ke Nuksan) – धनिया की पत्ती या धनिया के अधिक सेवन से पुरुषों की कामशक्ति कमजोर हो जाती है और महिलाओं का मासिक धर्म रुक जाता है. इसलिए 18 से 40 वर्ष के लोगों को धनिया अधिक नहीं खाना चाहिए |
8. यदि पाचन खराब हैं तो आप धनिया और सोंठ का काढ़ा पिए, इससे पाचन शक्ति बढ़ती है |
9. धनिया और जीरे का शरबत पीने से शरीर की गर्मी शांत होती है | इसलिए इस पेय को गर्मियों के मौसम पीया जाता है जिससे लू लगाने का खतरा कम हो जाता है |
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10. धनिया के चूर्ण से मुंहासों को पूरी तरह से खत्म किया जा सकता है |
11. धनिए का काड़ा सर्दी और खांसी में काफी आराम पहुंचाता है | काड़ा बनाने के लिये 100 ml पानी में लगभग 20 ग्राम हरी धनिया (हरा धनिया न हो तो धनिया के बीज लें) के पत्ते डालकर थोड़ी देर उबालें | जब काढ़ा बन जाए (पानी 3/4 रह जाए) तो ठण्डा कर लें, लेकिन हल्का गर्म रहे तभी इसे पिलायें |
इस तरह आपने ऊपर धनिया के कई फायदों के बारे में जाना | धनियाँ हमारे लिए घरेलु औषधि की तरह है और इसके इस्तेमाल से कई तरह से रोग दूर हो जाते है | घरेलु औषधि हमेशा अन्य औषधियों से बेहतर है इसलिए घरेलु औषधियों का इस्तेमाल जहाँ तक हो सके करना चाहिए |