पुदीना के फायदे हिंदी में Pudina Ke Fayde In Hindi

PUDINA KE FAYDE HINDI ME

पुदीना के फायदे हिंदी में Pudina Ke Fayde In Hindi

भारत के लगभग सभी परदेशो मे उगाया  जाने  वाला पोदीना किसी परिचय का मोहताज नहीं, क्योकि इससे सभी पहले से ही परिचित है । इसका पौधा एक वर्षीय, सुगंधित, खुशबूदार, गर्मियों में फलने-फूलने वाला होता है।

इसकी शाखाएं लाल रंग लिए भूरी-सी दिखती हैं। पत्तियां कोमल, तुलसी की पत्तियों जैसा पूरे हरे  रंग की होती हैं। पुष्प गुच्छों में, फैले हुए, कमज़ोर  पुष्प दंड  पर लगे होते है ।

पुदीना के विभिन्न भाषाओं में नाम Pudina Ke Vibinn bhasao Me Name

  • संस्कृत (Pudina In Sanskrit)– रोचनी, पूतिहा।
  • हिंदी (Pudina In Hindi) – पोदीना, पुदीना।
  • मराठी (Pudina In Marathi) – पंदिना।
  • गुजराती (Pudina InGujarati) – पुदीनो।
  • बंगाली (Pudina In Bangali) – पुदीना।
  • अंग्रेज़ी (Pudina In english) – स्पीयर मीट (Spear Mint).
  • लैटिन (Pudina In latin) – मेन्था  स्पाइकेटा  (Mentha Spicata) |

पुदीना के औषधीय गुण Pudina Ke Aushdhiy Gun

आयुर्वेदिक मतानुसार पोदीना स्वाद में कटु, रुचिकर, स्वादकारक सुगंधित में लघु रुक्ष, तीक्ष्ण, विपाक में कटु प्रकृति में गर्म, वात, कफ नाशक पितकारक होता है । यह अजीर्ण, अरुचि, मुंह की बदबू, गैस की तकलीफ, हिचकी, बुखार, पेट दर्द, उलटी, दस्त, जुकाम, खांसी में लाभप्रद होता है।

इसके अलावा चेहरे का सौदयॅ बढ़ाने, त्वचा की गर्मी दूर करने, बीमारियो के किटाणुओ को नष्ट करने, दिल को ठंडक पहुंचाने, जहरीले कीड़ों के काटने पर, प्रसूति ज्वर में भी पोदीना गुणकारी होता है।

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वैज्ञानिक मतानुसार पोदीने की रासायनिक संरचना का विश्लेषण करने पर ज्ञात होता है कि इसकी पत्तियों में जल 83.9 प्रतिशत, कार्बोहाइड्रेट 5.8 प्रतिशत, प्रोटीन 4.8 प्रतिशत, वसा 0.6 प्रतिशत, खनिज लवण 1.6 प्रतिशत, रेशा 2 प्रतिशत, कैल्शियम 0.20 प्रतिशत, लौह 15.6 मिलीग्राम/प्रति 100 ग्राम में, विटामिन ए 2700 आई यू प्रति 100 ग्राम में होता है। 27 कैलोरी ऊर्जा प्रति 100 ग्राम पोदीने से प्राप्त होती है।

पुदीना के हानिकारक प्रभाव Pudina Ke Side Effects (Nuksaan)

पितकारक प्रकृति होने के कारण पित्त प्रवृत्ति के लोगों को पोदीने का सेवन कम मात्रा में कभी-कभार ही करना चाहिए। नियमित रूप से अधिक मात्रा में इसका सेवन करना लाभदायक नहीं होता है।

पुदीना के विभिन्न रोगों में प्रयोग और घरेलु उपचार Pudina Ke Vibhinn Rogo Me Prayog Aur Gharelu Nuskhe 

1. मुख की दुर्गन्ध के लिए पुदीना Mint For The Deodorant Of Mouth :

पोदीने की पत्तियों को थोड़े-थोड़े समय बाद चबाते रहने से मुंह की दुर्गन्ध दूर हो जाती है। 15-20 हरी पत्तियों को एक गिलास पानी में अच्छी तरह उबालकर उस पानी से गरारे करने से भी यही लाभ मिलेगा।

2. जहरीले कीड़ों के काटने पर पुदीना के पत्तो से उपाय Jahrele Kede Katne Pat Pudina Ki Leaves Se Upchar

पत्तों को पीसकर दंश पर लगाएं और पत्तों का रस 2-2 चम्मच की मात्रा में दिन में 3 बार पिलाएं। 2-3 दिनों ठीक होगा |

3. वमन होने पर पुदीना का सेवन Ulti Hone Par Pudina Ka Sevan Kare 

पोदीने का रस और नीबू का रस, दोनों समभाग मिलाकर एक चम्मच की मात्रा में 3-4 बार पिलाने से लाभ मिलेगा।

4. पेट दर्द  होने पर पुदीना का सेवन Pet Dard Me Pudina Ka Sevan Kare

पोदीने के पत्तों का सूखा चूर्ण 2 चम्मच और एक चम्मच मिस्री या चीनी मिलाकर सेवन करने से पेट दर्द में आराम होगा।

5. चेहरे का सौंदर्य बढाने के लिए पुदीना से उपाय Face Beauty Ko Badhaye Pudina Se 

पोदीने की पत्तियों को पीसकर गाढ़ा लेप तैयार करें और सोने से पूर्व चेहरे पर मलें। सुबह चेहरा गर्म पानी से धो लें। कुछ हफ्ते नियमित रूप से किए गए सेवन से चेहरे के दाग-धब्बे, झांइयां, मुंहासे, फुसियां दूर होकर चेहरे पर निखार आ जाएगा।

6. हिचकी आने पर पुदीना Hiccup Ka Gharelu Upchar Pudina Se

हिचकी के रोग में पुदीना का प्रयोग किया जा सकता है | पुदीने के पत्तो को चूसने और पत्तों को नारियल के साथ चबाकर खाने से हिचकी दूर होगी।

7. गैस की तकलीफ में पुदीना का प्रयोग Pet Me Gas Ki Samasya Hone Par Pudina

4 चम्मच पोदीने के रस में एक नीबू का रस और 2 चम्मच शहद मिलाकर पीने से गैस की तकलीफ में तुरंत आराम मिलता है।

8. त्वचा रोग के लिए पुदीना उपयोगी Skin Disease Ka Pudina Se Upchar

स्किन के रोगों में पुदीने का प्रयोग किया जाता है | खाज, खुजली जैसे त्वचा रोगों में हल्दी और पुदीने की मात्रा में मिलाकर लगाएं। इससे कुछ दिनों में फायदा होगा |

9. सर्दी, खांसी, जुकाम, दमा, ज्वर में पुदीना से लाभ Benefits From Cold, Cough, Colds, Asthma, Mint In Fever :

कफ जनित रोगों में भी पुदीने को इस्तेमाल किया जाता है | इसके लिए पुदीने की पत्तियों तथा काली मिर्च मिलाकर चाय बनाएं और गर्म-गर्म पिएं। सभी तकलीफों में आराम मिलेगा।

10. पेट के कृमि में पुदीना Mint In The Worm Of The Stomach

पेट कीड़ों को मारने पुदीने का रस उपयोगी होता है | इसके लिए आधा कप पोदीने का रस दिन में 2 बार नियमित रूप से कुछ दिन तक पिलाते रहने से पेट के कृमि नष्ट हो जाते हैं।

11. मूर्च्छा आने पर पुदीना से उपाय Measures From Mint When Unconscious

पुदीने का प्रयोग मूर्च्छा को दूर करने में भी किया जाता है पुदीने के पत्तों को मसलकर सुंघाने से मूच्छ दूर होगी।

12. बदहज़मी, भूख की कमी में पुदीना का सेवन Badhajmi , Bhook Ki Kami Me Pudina Ka Sevan :

4-6 मुनक्के के साथ 8-10 पोदीने की पत्तियां सुबह-शाम खाने के बाद नियमित रूप से चबाते रहने से कष्ट में आराम मिलेगा।

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