
काली खांसी का ईलाज हिंदी में Treatment Of Hooping Cough – Kali Khansi Ka Gharelu ilaj In Hindi
काली खांसी छोटे बच्चों को होने वाला एक संक्रामक रोग है. घर में या स्कूल की कक्षा में किसी एक बच्चे को काली खांसी होने पर दूसरे बच्चे भी काली खांसी का शिकार हो जाते हैं. एलोपैथी चिकित्सकों के अनुसार काली खांसी जीवाणुओं के संक्रमण से होती है.
इस रोग के जीवाणु रोगी बच्चे के मुंह की लार व नाक के स्त्राव में छिपे रहते हैं. रोगी बच्चे से बातें करने व उसकी चीजों के स्पर्श से दूसरे बच्चे भी काली खांसी से पीड़ित होते हैं. रोगी बच्चे को बार बार खांसी का दौरा पड़ता है और वह निरंतर देर तक खांसता है. अंत में वमन होने पर खांसी का दौरा कम होता है.
काली खांसी का घरेलू चिकित्सा और विभिन्न उपाय
Gaharelu Upaay #1. काली खांसी में जोर-जोर से खांसी उठती है (Kali Khansi Ka Gharelu ilaj), लेकिन देर तक कफ नहीं निकलने के कारण रोगी बच्चे को बहुत परेशानी होती है. ऐसे में केले के सूखे पत्तों को मिट्टी के पात्र में रखकर, आग पर गरम करके, सूखे पत्तों की भस्म बना लें. इस भस्म को पीसकर 1 रत्ती भस्म मधु में मिलाकर दिन में दो-तीन बार चटाने से काली खांसी का प्रकोप कम होता है.
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Gaharelu Upaay #2. काली खांसी के रोगी बच्चे को 3 ग्राम नारियल का तेल पिलाने से खांसी का प्रकोप शांत होता है. नारियल के तेल के सेवन से कफ सरलता से निकलता है.
Gaharelu Upaay #3. छोटी पीपल, काकड़ासिंगी और जायफल, इन सब चीजों को 10-10 ग्राम मात्रा में लेकर कूट-पीसकर खूब बारीक चूर्ण बनाकर पतले कपड़े से छानकर रखें. 3 ग्राम चूर्ण मधु मिलाकर चटाने से काली खांसी का प्रकोप कम होता है.
Gaharelu Upaay #4. (Kali Khansi Ke Gharelu Upay) अधिक खांसी का प्रकोप हो तो मुंह में मुलहठी का टुकड़ा रखकर धीरे-धीरे चूसने से खांसी शांत रहती है.
Gaharelu Upaay #5. शुष्क खांसी उठने पर गरम दूध में जलेबी डालकर खाने से कफ सरलता से निकलने के कारण खांसी का पीड़ा कम होती है.
Gaharelu Upaay #6. काली खांसी से पीड़ित बच्चे को काली बकरी का दूध उबालकर 100 ग्राम चीनी में मिलाकर पिलाने से बहुत लाभ होता है.
Gaharelu Upaay #7. अदरक के रस में इलायची का चूर्ण मिलाकर मधु के साथ सेवन करने से काली खांसी का प्रकोप शांत होता है.
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Gaharelu Upaay #8. पान के ताजे पत्तों को कूटकर कपड़े में बांधकर निचोड़कर रस निकालें. पान के 3 ग्राम रस में मधु मिलाकर दिन में दो-तीन बार बच्चे को चटाने से काली खांसी का प्रकोप कम होता है.
Gaharelu Upaay #9. रात को दो-तीन बादाम की गिरी जल में डालकर रखें. प्रातः उठकर गिरि के छिलके अलग करके उनको लहसुन की 1 कली (पोथी) और मिश्री के साथ पीसकर बच्चे को चटाने से काली खांसी में बहुत लाभ होता है.
Gaharelu Upaay #10. आयुर्वेद की एक गुणकारी औषधि सितोपलादि चूर्ण 2 से 3 ग्राम चूर्ण मधु मिलाकर दिन में कई बार सेवन कराने से काली खांसी का प्रकोप नष्ट होता है.
Gaharelu Upaay #11. मोर के पंखों के ऊपरी भाग को काटकर, किसी मिट्टी के बरतन में भरकर उसका मुंह बंद करके आग पर खूब गरम करके भस्म बना लें. इस भस्म में भुना हुआ सुहागा मिलाकर मधु के साथ दिन में दो तीन बार चाटकर खाने से काली खांसी सरलता से नष्ट होती है.
Gaharelu Upaay #12. रात्रि में काली खांसी रोगी को बहुत जोरों से खांसी उठती है. बच्चे को खांसी के प्रकोप से बचाने के लिए रात्रि को बच्चे की छाती पर सरसों के तेल में कपूर मिलाकर मालिश करके सुलाना चाहिए.
Gaharelu Upaay #13. 10 ग्राम लौंग को गरम तवे पर भूनकर, कूट-पीसकर खूब बारीक चूर्ण बनाएं. आधी रत्ती लौंग का चूर्ण मधु में मिलाकर दिन में 2 बार चटाने से काली खांसी का निवारण होता है.
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Gaharelu Upaay #14. अदरक के 5 ग्राम रस में मधु मिलाकर दिन में दो तीन बार चाटकर खाने से काली खांसी का प्रकोप कम होता है.
Gaharelu Upaay #15. तुलसी के पत्तों के रस में मधु मिलाकर सेवन करने से काली खांसी में बहुत लाभ होता है.
Gaharelu Upaay #16. किसी बड़े बरतन में जल को उबालकर उसमें यूकेलिप्टस ऑयल की कुछ बूंदें डालकर भाप में श्वास लेने से काली खांसी के जीवाणुओं के नष्ट होने से बहुत लाभ होता है.
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