
प्राकृतिक सुंदरता के लिए योग Yoga For Natural Beauty And Glowing Skin – व्यायाम का कोई विकल्प नहीं | अगर आप अच्छा स्वास्थ्य और प्राकृतिक सुंदरता चाहती हैं तो योग के बिना यह संभव नहीं है | योग का मतलब है मन और शरीर का संयोग | जब आप मन को एकाग्र कर के आसन करती हैं, तब आप की सभी शक्तियों का संचालन उसी तरफ होता है | भागदौड़ की जिंदगी में बहुतों के पास ब्यूटीपार्लर या हेल्थक्लब जाने का समय नहीं होता | ऐसे में सब से बढिया तरीका यही है कि आप घर पर ही समय निकाल कर कुछ व्यायाम करें | इस के लिए बस थोड़ा दृढ़ निश्चय ही आप के लिए काफी होगा |
व्यायाम करने से शारीरिक शक्तियों का विकास होता है और शारीरिक व मानसिक कमजोरी दूर होती है | व्यायाम करने से पहले निन्न बातों को अवश्य ध्यान में रखें-
1. व्यायाम का कोई एक समय निश्चित करें | सुबह सबेरे या दिन में खाना खाने से आधा घंटा पहले या खाने के 2 घंटे बाद आप व्यायाम कर सकती हैं |
2. व्यायाम से पहले पेट जरुर हल्का होना चाहिए |
3. व्यायाम हमेशा नंगे पांव जमीन पर या दरी बिछा कर करें |
4. व्यायाम करते समय कपड़े आरामदेह होने चाहिए |
5. व्यायाम हमेशा आराम और आसानी से करें, अपने ऊपर किसी तरह का दबाव न डालें |
ताड़ आसन Tadasan Kaise Kare
Step 1 – पांव जोड़ कर पंजों पर खड़ी हो जाएं |
Step 2 – घुटने बिलकुल सीधे रखें |
Step 3- बाहों को ऊपर कर के सीधा करें तथा हथेलियां खुली रखें |
Step 4 – इस प्रकार खड़ी हो कर आप बाहों को आगेपीछे और दाई व बाई तरफ भी घुमा सकती हैं |
Step 5 – जब आप पंजों पर खड़ी हों, सांस को रोक कर पेट अंदर की तरफ खींचें |
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ताड़ आसन के लाभ Tadasan
- ताड़ आसन को करने से शरीर में चुस्ती और स्फूर्ति आती है और शारीरिक सौंदर्य बढ़ता है |
- यह आसन गर्भावस्था में भी किया जा सकता है और इस से प्रसव भी आसानी से होता है |
- ताड़ आसन से साइटिका के दर्द (यह दर्द अक्सर महिलाओं को पिंडलियों से ले कर कूल्हों तक जाता है) में भी लाभ पहुंचता है |
ऊर्ध्व हस्तोत्तान आसन
Step 1 – पांव बराबर रख कर सीधी खड़ी हो जाएं |
Step 2 – उंगलियों को एकदूसरे के बीच रखकर बाजू सिर से ऊपर ले जाएं | हथेलियों को बाहर की तरफ कर के बाजुओं को बिल्कुल सीधा करें |
Step 3 – अब कमर को बारी-बारी से दाई व बाई तरफ झुकाएं | बाजुओं को झुकाते समय सांस रोकें | इस आसन को शुरू में केवल चार बार करें और फिर धीरे-धीरे बढाएं |
ऊर्ध्व हस्तोत्तान आसन के लाभ
- इस आसन को करने से कब्ज दूर होती है और पेट साफ होता है |
- कमर तथा कूल्हों से चर्बी घटती है | कमर पतली होती है |
- इस आसन से पीठ के दर्द में भी लाभ पहुंचता है |
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ग्रीवा शक्ति विकासक
Step 1 – पांव जोड़ कर सीधी खड़ी हो जाएं |
Step 2 – हाथों को कमर पर रखें और कंधे व सिर को बिल्कुल सीधा रखें | अब गर्दन को धीरे-धीरे दाई ओर से बाई तरफ पूरा घुमाएं | इसे चार बार दोहराएं |
Step 3 – कुछ क्षण रुक कर गर्दन को धीरे-धीरे बाई तरफ से दाई तरफ घुमाएं | केवल 4 बार करें |
ग्रीवा शक्ति विकासक के लाभ
- इस आसन से गर्दन सुघड़ होती है |
- दोहरी ठोड़ी कम दिखाई देने लगती है |
- कंधों का दर्द व तनाव कम होता है |
- सिरदर्द दूर होता है |
- इस स्पान्डलाइटिस के दर्द में फायदा होता है |
कोणासन की विधि
Step 1 – दोनों पांव अच्छी तरह खोल कर खड़ी हो जाएं |
Step 2 – सीधे हाथ से सीधे पांव को छुएं |
Step 3 – उल्टे हाथ को सिर के ऊपर से ले जा कर सीधा रखें |
Step 4 – कुछ क्षण रुक कर उलटे हाथ से उलटा पांव छुएं |
Step 5 – सीधे हाथ को सिर के ऊपर से ले जा कर सीधा रखें | यहीं 10 की गिनती तक रुकें | इस प्रकार यह आसन दोनों तरफ 4 बार करें |
कोणासन के लाभ
- कोणासन से शरीर में स्फूर्ति आती है |
- चेहरे पर रौनक आती है तथा मुंहासे कम होते हैं |
- पीठ के दर्द में फायदा पहुंचता है |
- कूल्हों पर चर्बी नहीं चढ़ती है तथा आकार भी ठीक रहता है |
- साइटिका के दर्द में लाभ होता है |
- जिन स्त्रियों को सीधा चलने में परेशानी होती है, उन्हें इस आसन से बहुत फायदा होता है |
- गर्भावस्था के पहले 6 महीने तक इस आसन से लाभ होता है |
गोमुख आसन
Step 1- जमीन पर बैठकर उल्टी टांग को अंदर मोड़ें और एड़ी पर बैठ जाएं |
Step 2- सीधी टांग को उल्टी टांग पर मोड़ कर ऐसे रखें कि पांव जमीन को छुएं |
Step 3- अब सीधा बाजू उठा कर कंधे के पीछे से कुहनी को मोड़ें |
Step 4- उल्टे बाजू को पीठ पीछे से कुहनी मोड़ कर ऊपर उठाएं ताकि दोनों बाजुओं की उंगलियां आपस में मिल जाएं |
Step 5- पीठ को बिल्कुल सीधा व आंखें खुली रखें |
Step 6- सांस सामान्य गति से लें |
Step 7- यह आसन दोनों पांव पर बारीबारी से बैठ कर पूरा माना जाता है |
Step 8- इस आसन को केवल 4 बार करें |
गोमुख आसन के लाभ
- गोमुख आसन से कमर, पांव और घुटनों को ताकत मिलती है |
- कंधे और बाजू में लोच व ताकत आती है |
- अस्थमा तथा फेफड़े की हर बीमारी के लिए लाभदायक है |
- कमर की चर्बी कम होती है |
- शरीर के जोड़ों में लचीलापन आता है |
अर्धमत्स्येंद्र आसन
Step 1 – जमीन पर बैठ कर पांव बिल्कुल सीधा रखें |
Step 2 – सीधे पांव को उठाकर बाएं घुटने के ऊपर इस प्रकार रखें कि पांव जमीन को पूरा छुए |
Step 3 – उल्टे हाथ को घुमाकर पीठ पीछे कमर पर रखें |
Step 4 – सीधे हाथ को सीधे घुटने पर से ला कर सीधे पांव को छुएं |
Step 5 – सिर घुमा कर सीधी तरफ पीछे को देखें |
Step 6 – यह आसन दोनों पांव पर बारीबारी से करने के बाद ही पूरा माना जाता है | इस आसन को केवल 4 बार करें |
अर्धमत्स्येंद्र आसन के लाभ
- यह आसन पेट की सभी तरह की बीमारियों में लाभदायक है |
- अगर पेट में कीड़े हों तो भी बहुत फायदेमंद है |
- मधुमेह की बीमारी में भी इस से बहुत लाभ होता है |
- इस आसन से कुंडलिनी शक्ति भी जागृत होती है |
उत्तानपद आसन
Step 1 – आराम से जमीन पर लेट जाएं |
Step 2 – हाथों को घुटनों पर रखें |
Step 3 – कमर के ऊपरी और निचले हिस्से को धीरेधीरे ऊपर उठाएं |
Step 4 – शरीर के समस्त भार को पेट व कूल्हों पर केंद्रित करें |
Step 5 – हाथों से अपने घुटनों को छूने की कोशिश करें |
Step 6 – धड़ और पांव उठाते समय सांस को अंदर खींच कर रोकें और कुछ क्षण रुकें |
Step 7 – इस आसन को 4 बार करें |
उत्तानपद आसन के लाभ
- इस आसन से बढ़ा हुआ पेट कम होता है |
- किसी भी तरह की नाभि की परेशानी में फायदा होता है |
- विभिन्न पेट की बीमारियों में लाभदायक हैं |
- विस्थापित नाभि इस आसन को करने से ठीक हो जाती है |
शलभ आसन
- जमीन पर पेट के बल उल्टी लेट जाएं |
- हाथ और पांव सीधा रखें |
- अब कमर के निचले हिस्से को जमीन से ऊपर उठाएं |
- कमर से ऊपर के हिस्से को जमीन से सटाकर रखें |
- सांस खींच कर रोकें और कुछ क्षण बाद छोड़ें |
शलभ आसन के लाभ
- इस आसन के करने से छाती बड़ी होती है |
- कमर में लचक आती है |
- इस आसन से कब्ज दूर होती है |
- पेट के विकार दूर होते हैं |
- हाजमा ठीक रहता है |
- यह आसन स्त्रियों के लिए बहुत लाभदायक है |
नौकासन
- जमीन पर पेट के बल उल्टी लेटे |
- बाहों को कंधों के आगे सीधे पसारें |
- अब टांगो, धड़ और बाहों को जितना अधिक हो सके, ऊपर उठाएं ताकि शरीर नौका की भांति लगे |
- सांस को रोकें और कुछ क्षण नौका की अवस्था में रुकें | यह आसन 6-7 बार किया जा सकता है |
नौकासन के लाभ
- नौकासन से पेट का मोटापा कम होता है |
- हाजमा ठीक होता है |
- यह आसन कब्ज दूर करता है |
- खून के बहाव को ठीक करता है |
- शरीर को स्फूर्ति प्रदान करता है |